Mystery of Numerology | अंक ज्योतिष का रहस्य | Bhakti Samachaar
Mystery of Numerology जगत् का मूल जगत् में समाहित विभिन्न वस्तुएं जो हमें अनेक रूप में दिखती हैं के मूल में पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश तत्त्व विभिन्न अनुपात और विभिन्न प्रकार से समिश्रित हैं अर्थात् समस्त जगत् केवल पंच-तत्त्वों की माया है। इन सभी तत्त्वों का प्रादुर्भाव आकाश से ही हुआ है। आकाश … Read more